Monday, 6 February 2017

रेहष्यमाई ट्रैंगल जापान का

प्रशांत महासागर में, जापान के समुद्री तट के पास एक जगह है जिसको ड्रैगन ट्रायंगल कहते हैं. समुद्र में स्थित इस इलाके में त्रिकोण का निर्माण होता है जापान, बोनिन के द्वीप और फिलीपीन्स के बीच. इस जगह पर विद्युत-चुम्बकीय तरंगे बरमूडा ट्रायंगल जैसी हैं. यदि आप बरमूडा ट्रायंगल को ग्लोब में देखें तो उसके ठीक उलट आप जापान के पास आप इस त्रिकोण को पाएंगे. 

यह जगह हमेशा से एक रहस्य बनी हुई है. यहाँ कितनी ही जहाजें गायब हुईं और न जाने कितने भुतहे जहाज लोगों ने देखे. इनमें कितने लोग मारे गए.

सन् 1200 में कुबलई खान ने अपने समुद्री बेड़े जापान पर हमला करने के लिए भेजे लेकिन उसके सभी जहाज इसी ट्रायंगल में फंस के रह गए और 40000 लोगो मारे गए. 

सन् 1800 में, लोगों ने देखे एक रहस्यमई महिला को जो जहाज से जाती दिखती थी. वो भूत थी या नहीं यह तो मुश्किल है कहना लेकिन उसने बहुत लोगों को डराया और लोगों ने अपने रास्ते बदल लिए. 

इस इलाके पर शोध करने के लिए जापान ने एक जहाज भेजा जो कभी वापस नहीं आया और उसमें 31 सदस्य मारे गए. उसके बाद जापान ने इस इलाके को प्रतिबन्धित कर दिया. 

बाद में, 1995 में लैरी कुशके ने अपनी किताब 'Bermuda Triangle Mystery Solved' में दवा किया कि ड्रैगन ट्रायंगल से पहले कई ज्वालामुखी हैं जिसमे ये सभी जहाजें फंस जाती थीं. लेकिन उस रहस्यमई महिला के बारे में कुछ नहीं कहा.

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