Tuesday, 14 February 2017

भारत की हिस्ट्री क्या वो जासूस थी


बात जासूसी की हो और माता हारी का नाम न अाये, ऐसा हो नहीं सकता. लेकिन माता हारी की जासूसी से क्या रहस्य हो सकता है? दरअसल, जासूसी तो रहस्य से भरी होती है लेकिन माता हारी की जासूसी से बड़ा रहस्य है उसकी मौत का. माता हारी को फ्रांस में जासूसी के अारोप में शूट कर देने की सज़ा दी गयी थी. लेकिन सवाल यह है कि वो जासूस थी भी की नहीं. बहुत कम सबूत थे और चूंकि उसको आर्मी कोर्ट ने सज़ा दिया था जो सिविलन वाले कोर्ट से कम समय लेकर जल्दी से सज़ा देती है, उसमे गलती होने की पूरी संभावना है.

माता हारी एक डांसर थी और वो फेमस थी अपने हिन्दू मंदिरों में नृत्य करने के लिए. वह 1905 में फ्रांस अाई और उसने इंडोनेशिया मे सीखे नृत्य से काफी नाम और पैसा कमाया. उसने यह बात भी फैला दी कि वो एक मंदिर में पैदा हुई और उसको पुजारी ने नृत्य करना सिखाया और नाम दिया माता-हारी. सच तो यह था कि वो नीदरलैंड की थी और उसको हिन्दू नृत्य के बारे में थोड़ा बहुत अधकचरा ज्ञान था. यहीं से शुरू हुअा माता हारी की प्रसिद्धि और वो कितने ही बड़े लोगों के साथ उठने बैठने लगी. ऐसा माना जाता है वो पैसे के लिए फ्रांस की सीक्रेट एजेंट बन गई. बाद में वह जर्मनी के लिए भी जासूसी करने लगी. उसके इतने लोगो से संपर्क थे इसलिए इधर का उधर इनफार्मेशन हुअा होगा, लेकिन वाकई वो जासूस थी, इसका ठीक प्रमाण नहीं था, जर्मनी तो बाद में यह भी माना कि उसने कोई महत्वपूर्ण डेटा नहीं दिया था, सिर्फ इधर उधर की गॉसिप और कुछ नहीं. फिर भी, फ्रांस ने उसको डबल एजेंट मान कर शूट करने का सजा दिया था. 

सच में, माता-हारी हालत की शिकार हुई थी, ऐसा मानते हैं शायद किसी ने उसके खिलाफ पैसे दे कर उसको मौत की सज़ा दिलाई थी. पता नहीं, सबूत तो उतने नहीं थे, ऐसा हो सकता है. एक और थ्योरी है कि माता हारी सबसे बड़ी जासूस थी और उसने प्रथम विश्वयुद्ध में बहुत से इनफार्मेशन इधर उधर लीक किए थे इसीलिए भले ही सुबूत कम हों लेकिन इस बात के पक्के प्रमाण होने के कारण उसको सज़ा मिली. 

खैर जो भी है, सच अाज तक किसी को नहीं पता कि वो बस एक फेमस डांसर ही थी या फिर जासूस.

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